अगर आप एक पेज के रिज्यूमे
मे अपनी बात को अच्छी तरह से कह देते हैं तो सिलेक्शन के चांस भी काफी बढ़ जाते हैं!
क्या इस मोर्डर्न कनेक्टेड वर्ल्ड में जहां सोशल मीडिया प्रोफाइल्स भरे पड़े हैं, वहां
पर भी रिज्यूमे की जरूरत पड़ती है इसका जवाब है-हां! रिज्यूमे रिक्रूटमेंट में मुख्य
लिंक है! पूरी दुनिया में यह ट्रैंड कायम है कि एचआर कोई भी जॉब ऑफर करने से पहले रिज्यूमे
को बेस डॉक्यूमेंट के तौर पर लेता है! इन प्रतिक्रियाओं में बहुत जल्दी बदलाव होता
नजर नहीं आ रहा है! रिक्रूटर कैंडिडेट का इंटरव्यू लेने से पहले रिज्यूमे में के डाटा
के आधार पर कैंडिडेट शॉर्टलिस्ट करते हैं!
आइये नजर डालते है की एक पेज की रिज्यूमे कैसे बना सकते है!
- एक पेज का रिज्यूमे क्यों हो- प्रोफेशनल रिज्यूमे राइटर्स का मानना है कि चाहे आप फ्रेशर है या आपके पास 15 साल का अनुभव है, आपके लिए एक पेज रिज्यूमे में पर्याप्त है! ईमेल अटैचमेंट से भेजने पर भी एक पेज काफी होता है, क्योंकि रीडर सिर्फ पहला पेज ही ध्यान से पड़ता है! वह पेज का रिज्यूमे भेजने से सिलेक्शनके चांस भी बढ़ जाते हैं अगर आप कलाकार या डिज़ाइनर है तो पोर्टफोलियो सबमिट करना पड़ेगा! ऐसे में एक पेज करने वाला नियम यहां काम नहीं करेगा!
- जगह का सही इस्तेमाल करे- एक पेज का रिज्यूमे में तैयार कर रहे हैं! इसलिए उपलब्ध जगह का सही इस्तेमाल करें! रिज्यूमे कि फोंट ऐसी हो, जो आसानी से पढ़ी जा सके! पेज मार्जिन और फॉर्मेटिंग सही हो! हैडर पर नाम के साथ आप का ईमेल आईडी और कांटेक्ट नंबर जरूर हो! रिज्यूमेमें को पीडीएफ के रूप में सेव रखें! फाइल के तौर पर अपना नाम डालें!
- पहला ड्राफ्ट लंबा हो- अपने पहले ड्राफ्ट के लिए हर चीज लिख दे, ताकि मास्टर डॉक्यूमेंट लंबा हो! जब आप अपनी उपलब्धियों को विस्तार में लिख लेते हैं तो आप काम की बातों को सही तरह से सेट कर पाते हैं! मौजूदा जॉब के लिए गैरजरूरी सेक्शन को काटा जा सकता है! सारी अतिरिक्त जानकारी आपके लिंकडइन प्रोफाइल का हिस्सा हो सकती है!
- रूल ऑफ़ थर्ड्स- रिज्यूमे का एक प्रिंट निकाले! इसके टॉप पर का एक तिहाई हिस्सा फाड़ दे! इसके बाद देखे की क्या इसके आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जा सकता है! रिक्रूटर एक पेज के लिए 6 सेकंड खर्च करता है! रिक्रूटर रिज्यूमे का शुरुआती एक तिहाई हिस्सा ही पड़ता है! इसलिए यह काफी मजबूत होना चाहिए!
- अंको में कहानी कहे- आपकी बुलेट प्वाइंट्स में नंबर होने चाहिए, ताकि आपकी बात का वजन बढ़ सके! इससे आप अपनी उपलब्धियों को बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर पाएंगे! इस बात का भी ध्यान रखें कि बिना संदर्भ के अंकों का इस्तेमाल करने पर कोई असर नहीं होता है! उदाहरण के तौर पर सिर्फ क्लास का टॉपर लिखने की बजाय आप लिख सकते हैं कि 54 स्टूडेंट की क्लास में टॉप किया!
- टॉप पर क्रीम हो- हमारा दिमाग ऊपर से नीचे की ओर पढ़ने का आदी है! हेडलाइन और महत्वपूर्ण बातें शुरुआत में होनी चाहिए! आपको टॉप पर अच्छी और महत्वपूर्ण बातें लिखनी चाहिए!
- लेफ्ट सही है- इंसानी दिमाग बाई ओर से बाई और पढ़ता है! इसलिए वह शुरुआती लाइन या वाक्य को ध्यान से पड़ता है! और बाद की लाइन्स पर गौर नहीं करता है! वाक्य रचना ऐसी हो कि रिक्रूटर महत्वपूर्ण बातें पहले पढ़ सके!
तो दोस्तों क्या सोच रहे है अपना रिज्यूमे अभी अपडेट करे एक पेज में अपनी बात कह कर, जिससे आपकी नोकरी के चांस बड सके!
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